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शराबबंदीः सवाल, नीयत और नैतिकता का
संजय द्विवेदी, अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय :
तर्क नहीं है। किंतु वह बिक रही है और सरकारें हर दरवाजे पर शराब की पहुँच के लिए जतन कर रही हैं। शराब का बिकना और मिलना इतना आसान हो गया है कि वह पानी से ज्यादा सस्ती हो गयी है। पानी लाने के लिए यह समाज आज भी कई स्थानों पर मीलों का सफर कर रहा है किंतु शराब तो ‘घर पहुँच सेवा’ के रूप में ही स्थापित हो चुकी है।
तमिलनाडु में हिंदी विरोध की दरकती दीवार
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
चेन्नई और आसपास के शहरों में घूमते हुए कहीं भी हिंदी विरोध का आभास नहीं हुआ। कई दिनों के तमिलनाडु प्रवास के दौरान जगह-जगह तमाम तमिल लोगों से संवाद करने का मौका मिला। ज्यादातर लोग हिंदी समझ लेते हैं। जवाब देने की भी कोशिश करते हैं। चेन्नई शहर के बस वाले आटो वाले हिंदी में उत्तर दे देते हैं।
तिरुवनमलै के शिव – अरुणाचलेश्वर महादेव
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
तमिलनाडु के जिले तिरुवनमलै में शिव का अनूठा मंदिर है। अनामलाई पर्वत की चोटी की तराई में इस मंदिर को अनामलार या अरुणाचलेश्वर शिव मंदिर कहा जाता है। शिव के इस मंदिर में हर माह की पूर्णिमा को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। खासतौर कार्तिक पूर्णिमा को विशाल मेला लगता है। श्रद्धालु यहाँ अनामलाई पर्वत की 14 किलोमीटर लंबी परिक्रमा करके शिव से कल्याण की मन्नत माँगते हैं। माना जाता है कि शिव का विश्व में सबसे बड़ा मंदिर है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण थेवरम और थिरुवासगम ने करवाया था।
देश के सात अजूबों में एक समुद्र तटीय मंदिर
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
समुद्र तटीय मंदिर तमिलनाडु के महाबलीपुरम का सबसे खास आकर्षण है। इसे देश के सात अजूबों में गिना जाता है। साथ ही यूनेस्को द्वारा विश्वदाय स्मारकों की सूची में भी 1984 से ही शामिल है। समुद्र तटीय मंदिर को दक्षिण भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है। यह आठवीं शताब्दी में निर्मित है और वास्तुकला की दृष्टि से भी अद्भुत है। वास्तव में ये स्थान पल्लव नरेशों की शिल्प साधना का अमर स्मारक है। यहाँ समुद्र तट पर द्रविड़ वास्तुकला के आधार पर तीन मंदिर बनाये गये हैं। केंद्र में भगवान विष्णु का मंदिर है, जबकि उसके दोनों ओर शिव मंदिर हैं।
मनमोहक महाबलीपुरम की ओर
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
दिन भर गोल्डेन बीच पर मस्ती करके हम थक चुके थे। बाहर निकल कर क्लाक रूम से अपना सामान रीलिज कराया और बस स्टाप पर आकर बैठ गये। ईस्ट कोस्ट रोड पर गोल्डेन बीच के प्रवेश द्वार के पास ही बस स्टैंड है। हमारे साथ कुछ विदेशी सैलानी भी महाबलीपुरम के लिए बस का इंतजार कर रहे थे।
अति सुंदर नेत्रों वाली माँ – कांचीपुरम का कामाक्षी मंदिर
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
तमिलनाडु के मदुरै मे मीनाक्षी मंदिर है तो कांचीपुरम में कामाक्षी मंदिर। देवी कामाक्षी का मंदिर कांचीपुरम शहर के बीचों बीच स्थित है। हालाँकि ये मंदिर कांचीपुरम के बाकी मंदिरों की तरह विशाल परिसर वाला नहीं है। पर यह श्रद्धालुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है। यहाँ सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। डेढ़ एकड़ में फैला ये मंदिर देवी शक्ति के तीन सबसे पवित्र स्थानों में एक है। मदुरै और वाराणसी अन्य दो पवित्र स्थल हैं।
अदभुत, अनूठा – ऑरोविल इंटनेशनल सिटी
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
ऑरोविल इंटरनेशनल सिटी को आमतौर पर लोग पुडुचेरी में कहते हैं पर यह पुडुचेरी के पास तमिलनाडु राज्य के विलुप्पुरम जिले में स्थित है। यह एक प्रायोगिक नगर है। इसकी स्थापना 1968 में मीरा रिचर्ड ने की थी। इसकी रूपरेखा वास्तुकार रोजर ऐंगर ने तैयार की थी।
ऋषि अगस्त्य की भूमि पुडुचेरी
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
तमिलनाडु के पास नन्हा सा राज्य पुडुचेरी या पांडिचेरी महान ऋषि अगस्त्य की भूमि मानी जाती है। वही अगस्त्य मुनि जो समुद्र को पी गये थे। जिन्होंने संसार की श्रेष्ठ भाषा तमिल का आविष्कार किया। हालाँकि पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश है पर यहाँ विधान सभा चुनाव कराये जाते हैं दिल्ली की तरह। पुडुचेरी का विस्तार कुल 479 वर्ग किलोमीटर में है। साल 2011 की जनगणना में पुडुचेरी की आबादी 12.48 लाख थी।
सुहाना सफर : ईस्ट कोस्ट रोड का
विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :
तमिलनाडु का स्टेट हाइवे नंबर 49 ईस्ट कोस्ट रोड के नाम से मशहूर है। वैसे तो लोग इसे ईसीआर के नाम से बुलाते हैं। इसीआर पर सफर करना ऐसा आनंदित करता है मानो ये सफर कभी खत्म न हो।
जागिए, मैगी ने झिंझोड़ कर जगाया है!
कमर वहीद नकवी , वरिष्ठ पत्रकार :
मैगी रे मैगी, तेरी गत ऐसी! क्या कहें? सौ साल से नेस्ले कम्पनी देश में कारोबार कर रही थी! दुनिया की जानी-मानी कम्पनी है।