Tuesday, September 17, 2024
टैग्स खून

Tag: खून

सभ्यता का रहस्य

प्रेमचंद : 

यों तो मेरी समझ में दुनिया की एक हजार एक बातें नहीं आती-जैसे लोग प्रात:काल उठते ही बालों पर छुरा क्यों चलाते हैं ? क्या अब पुरुषों में भी इतनी नजाकत आ गयी है कि बालों का बोझ उनसे नहीं सँभलता ? एक साथ ही सभी पढ़े-लिखे आदमियों की आँखें क्यों इतनी कमजोर हो गयी है ? दिमाग की कमजोरी ही इसका कारण है या और कुछ? लोग खिताबों के पीछे क्यों इतने हैरान होते हैं ? इत्यादि-लेकिन इस समय मुझे इन बातों से मतलब नहीं। मेरे मन में एक नया प्रश्न उठ रहा है और उसका जवाब मुझे कोई नहीं देता।

खुद को पहचानो

संजय सिन्हा, संपादक, आज तक :

मेरी पड़ोस की एक दीदी की शादी बहुत कम उम्र में हो गयी थी। 

अब नहीं सोचेंगे, तो कब सोचेंगे?

कमर वहीद नकवी , वरिष्ठ पत्रकार :

हाशिमपुरा और भी हैं ! 1948 से लेकर 2015 तक। कुछ मालूम, कुछ नामालूम ! जगहें अलग-अलग हो सकती हैं। वजहें अलग-अलग हो सकती हैं। घटनाएँ अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन चरित्र लगभग एक जैसा।

- Advertisment -

Most Read

बच्चे को दूध में चीनी डाल कर पिलाने के हो सकते हैं नुकसान!

कई बच्चे दूध नहीं पीते हैं तो उन्हें चीनी डाल कर दिया जाता है, जो नुकसानदेह हो सकता है। बच्चे दिन में कई बार दूध पीते हैं। ऐसे में उन्हें हर बार चीनी डाल कर दूध नहीं पिलाना चाहिए, क्योंकि इससे उनको नुकसान हो सकता है। यहाँ तक कि बड़ों को भी ज्यादा चीनी का सेवन न करने की सलाह ही दी जाती है।

सुबह-सुबह खाली पेट दौड़ने (Running) से आपकी सेहत पर क्या होगा असर?

दौड़ने के अनगिनत फायदे हैं और यही वजह है कि हर उम्र के लोग सुबह-सुबह दौड़ते नजर आते हैं। दौड़ने से वसा घटती है यानी फैट बर्न होता है और दम-खम (स्टैमिना) भी बढ़ता है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि खाली पेट सुबह दौड़ने का स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है?

उमर अब्दुल्ला ने कहा अफजल गुरु की फाँसी गलत, तो कांग्रेस की चुप्पी से काम चलेगा क्या?

उमर अब्दुल्ला कह रहे हैं - लोगों को बाद में समझ में आता है कि गलती कर दी। किसको ऐसा समझ में आ रहा है? किसने आपको बताया कि हाँ, हमने गलती कर दी?  कांग्रेस के आलाकमान ने? नाम लेकर बताइए ना कि किसको संसद पर आतंकवादी हमले के सूत्रधार को फाँसी दिलवाना अब अपनी गलती लग रहा है?

IC-814 कंधार विमान अपहरण : बॉलीवुड का पुराना रोग है ‘मुस्लिम तुष्टीकरण’

बॉलीवुड में 'विवाद' को फिल्म या वेब सीरीज की सफलता की गारंटी मान लिया जाता है। यही वजह है कि रचनात्मकता की आड़ में कुछ लोग इस आजादी का गलत इस्तेमाल करते हैं और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने के साथ ही वे लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने से भी परहेज नहीं करते हैं।