Thursday, July 25, 2024
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अंबाला रेलवे स्टेशन के बाहर नैरोगेज का स्टीम लोकमोटिव

 

 

 

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

दिल्ली से पंजाब और जम्मू की तरफ जाने के रास्ते पर बड़ा रेलवे स्टेशन आता है अंबाला। अंबाला शहर में दो रेलवे स्टेशन हैं। अंबाला कैंट और अंबाला सिटी। पर अंबाला कैंट बडा रेलवे स्टेशन है और सिटी छोटा। अंबाला कैंट के सामने ही अंबाला क मुख्य बस स्टैंड भी है। इसलिए आपको बस से ट्रेन या फिर ट्रेन से बस लेने के लिए ज्यादा नहीं चलना पड़ता।

आइए फेयरी क्वीन को करें याद

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

भारतीय रेलवे के लोकोमोटिव (इंजन) के इतिहास में फेयरी क्वीन का अपना अनूठा महत्व है। जब हम विजयवाड़ा रेलवे स्टेशन के बाहर निकलते हैं तो स्टेशन के लॉन में फेयरी क्वीन लोकोमोटिव खड़ी दिखायी देती है। मानो अभी चल पड़ने को तैयार हो। वास्तव में ये मूल फेयरी क्वीन नहीं है। पर रेलवे के इंजीनियरों ने इसका बिल्कुल वैसा ही रेप्लिका तैयार किया है। तो इस फेयरी क्वीन को भी देर तक निहारने की जी चाहता है।

अति व्यस्त रेलवे स्टेशन पर कायम है स्वच्छता – विजयवाड़ा

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

वैसे तो विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश का सबसे भीड़भाड़ वाला रेलवे स्टेशन है। स्टेशन पर कुल 10 प्लेटफार्म हैं। रोज सैकड़ों गाड़ियाँ गुजरती हैं। पर स्टेशन पर साफ सफाई का जो आलम है उसमें रेलवे को धन्यवाद देने का जी चाहता है। हमारी मिलेनियम एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 7 पर पहुँची। समय से पहले। हमारे पास दो घंटे का समय था। कुल 29 घंटे ट्रेन में था।

पुणे स्टेशन के बाहर खड़ा 724 एफ स्टीम लोकोमोटिव : शकुंतला

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

राष्ट्रीय रेल संग्रहालय चाणक्यापुरी दिल्ली के अलावा देश में कई जगह आपको रेलवे का इतिहास बताने वाले पुराने लोकोमोटिव खड़े दिखायी दे जाएँगे। पुणे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से बाहर निकलते ही बाईं तरफ नजर डालने पर एक नन्हा लोकोमोटिव आराम फरमाता नजर आता है।

न्यू जलापाईगुड़ी में खड़ा मीटरगेज का स्टीम लोकोमोटिव

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

लोगों को रेलवे के इतिहास से रूबरू कराने के लिए कई रेलवे स्टेशनों के बाहर पुराने लोकोमोटिव को सजा संवार कर प्रदर्शित किया गया है। न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के बाहर निकलने पर दाहिनी तरफ एक विशाल लोकोमोटिव आराम फरमाता हुआ दिखाई देता है। यह एक मीटर गेज नेटवर्क पर चलने वाला इंजन है। इंजन का नाम एमएडब्यूडी 1798 ( MAWD 1798)  है। साल 1944 में निर्मित ये लोकोमोटिव अमेरिकी युद्ध के दौरान डिस्पोज किया गया स्टीम लोकोमोटिव है। इसका निर्माण ब्लाडविन लोकोमोटिव वर्क्स में किया गया था।

हैदराबाद का लकड़ी का पुल

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार : 

लकड़ी का पुल हैदराबाद। नाम सुन कर कुछ रोमांच होता है। पर यहाँ कहीं लकड़ी का पुल दिखायी नहीं देता। रहा जरूर होगा। तभी तो नाम है। अब इस नाम का एक लोकल रेलवे स्टेशन भी है। लकड़ी का पुल ( स्टेशन कोड -LKPL)। हैदराबाद से सिकंदराबाद रेल मार्ग पर 1.30 किलोमीटर की दूरी पर लकड़ी का पुल रेलवे स्टेशन आता है। तो इसके अंग्रेजी अनुवाद पर वुडब्रिज ग्रैंड नामक होटल भी है। पर जनाब लकड़ी का पुल हैदराबाद का दिल है। इसके आसपास हैदराबाद की प्रमुख बाजार है। हैदराबाद का मुख्य स्टेशन हैदराबाद जंक्शन यानी नामपल्ली भी इसके पास ही है।

गोल्डेन टेंपल वेलोर (महालक्ष्मी मंदिर) का दर्शन

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार : 

हमारी ट्रेन वेलोर कैंट रेलवे स्टेशन पर बिल्कुल समय पर पहुँची। ये एक छोटा सा स्टेशन है, वेलोर शहर का। वैसे वेलोर का बड़ा और मुख्य स्टेशन काटपाडी जंक्शन है। पर वेलोर कैंट से महालक्ष्मी मंदिर की दूरी महज 7 किलोमीटर है और काटपाडी जंक्शन से 16 किलोमीटर है। लिहाजा हमारी ट्रेन में सहयात्री सरवनन जी ने बता दिया था कि आप वेलोर ही उतर जाएँ। 

गोवा के थिविम रेलवे स्टेशन पर रोटियाँ

विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार : 

साल 2012 के अक्तूबर माह में दक्षिण भारत का सफर। 12618 मंगला लक्षदीप एक्सप्रेस वैसे थो थिविम स्टेशन पर 7.12 बजे शाम पहुँचती है पर वह दो घंटे लेट थी। लिहाजा खाने का समय हो गया था। पेट में चूहे खूब कूद रहे थे। थिविम गोवा का एक रेलवे स्टेशन है। ट्रेन का ठहराव महज दो मिनट का है। 21 मीटर समुद्र तल से ऊँचाई पर थिविम छोटा सा स्टेशन है दो प्लेटफार्म हैं यहाँ पर।

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