गेटवे ऑफ चंबा – बनीखेत

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विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार :

बनीखेत में ठहरने के कई कारण थे। पहला की बनीखेत डलहौजी से छह किलोमीटर पहले है, जो लोग पहाड़ों की चकरघिन्नी वाले रास्ते पर लंबा सफर नहीं करना चाहते उन्हें जल्दी ब्रेक मिल जाता है। दूसरा अगर डलहौजी घूमना है बनीखेत में रूक कर भी घूमा जा सकता है। बनीखेत से डलहौजी महज 6 किलोमीटर है। 10 मिनट में किसी भी बस से पहुँच जाइए। ठहरने के लिए बनीखेत में भी कई होटल और गेस्ट हाउस हैं। बनीखेत में होटल डलहौजी की तुलना में किफायती है। 

डलहौजी 1900 मीटर की ऊँचाई पर है तो बनीखेत 1700 मीटर पर। मौसम यहाँ भी गरमी में भी सुहाना रहता है। बनीखेत को हिमाचल प्रदेश का चंबा का प्रवेश द्वार कहा जाता है। गेटवे ऑफ चंबा। यहाँ ऐतिहासिक नाग मंदिर और ज्वाला माता मंदिर स्थित है। गरमियों में भी दोपहर का तापमान 25 डिग्री से ऊपर नहीं जाता। रात मई जून में 15 डिग्री तक ठंडी हो जाती है। बनीखेत शिक्षा का भी बड़ा केंद्र है। यहाँ चार स्कूलों के अलावा एक डीएवी कालेज भी है। सबसे अच्छी बात है कि यहाँ डलहौजी की तुलना में आधी दरों पर ठहरा जा सकता है।

हमारा होटल जिसमें हम ठहरे वह बस स्टैंड से डलहौजी रोड पर महज 50 मीटर आगे था। इसलिए बस टैक्सी आदि पकड़ने के लिए कहीं दूर नहीं जाना। सहारा इन यूथ हास्टल का भी फ्रेंचाइजी है। हालाँकि इसमें रेस्टोरेंट नहीं है। पर होटल के बगल में कई ढाबे हैं। बनीखेत में डलहौजी की तरह महँगाई का मीटर भी ऊँचा नहीं है। हमें होटल के पास शेरे पंजाब ढाबा मिला। एक बार का खाना अच्छा लगा तो हम दुबारा कहीं और कोशिश करने नहीं गये। यहीं खाते रहे। दाल मखानी, शाही पनीर और भी बहुत कुछ। रोटी 5 रुपये की एक। चाय 7 रुपये की। होटल को चलाने वाले सरदार जी ने पुदीने की चटनी बनाई थी जिसका स्वाद नहीं भूलता। वैसे तो सरदार जी एमईएस में ठेकेदार हैं। सेना में ठेकेदारी पर शौक खाना बनाने का। तो होटल चलाना उनका शौक है। होटल में शाकाहारी और माँसाहारी व्यंजन भी परोसते हैं।

बनीखेत में अच्छा खासा बाजार है। बनीखेत से एक रास्ता डलहौजी जाता है तो दूसरा रास्ता सीधे चंबा की ओर चला जाता है। बनीखेत में एनएचपीसी का बड़ा दफ्तर और उसकी स्टाफ कालोनी है। कई बैंकों की शाखाएँ और एटीएम भी हैं। यहां एक केंद्रीय विद्यालय और हेलीपैड भी है। हर तरफ जाने की बसें हमेशा मिल जाती हैं। बनीखेत से चंबा 46 किलोमीटर रह जाता है। तो हमें दो दिन बनीखेत में खूब मजा आया। होटल का अच्छा कमरा और खाने-पीने के लिए अच्छे और सस्ते विकल्प। अगर आप कम बजट में डलहौजी घूमना चाहते हैं तो बनीखेत में ठहरने का विकल्प चुन सकते हैं। यहाँ होटल, गेस्ट हाउस के अलावा होम स्टे का भी विकल्प मौजूद है।

(देश मंथन 27 जून 2016)

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